Love Shayari in Hindi 2019 For Your Girlfriend/Boyfriend

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Love Shayari

उनका हर अंदाज़ हकीकत है या ख्वाब है ,
खुशनसीबों के पास रहते हैं वो ,
मेरे पास तो बस उनकी मीठी सी याद है
तेरी अदाओं का जादू इस शेर में लिखता हूँ…
तेरी अदाओं का जादू इस शेर में लिखता हूँ…
मदहोश हूँ अभी… थोड़ी देर में लिखता हूँ


तुमसे मिलकर जाने किस गुमान में हूँ मैं…
तुमसे मिलकर जाने किस गुमान में हूँ मैं…
देखो भूल गया सब पते-ठिकाने… आसमान में हूँ मैं…
मेरी आँखों से आसूँ भले ही ना निकले हो पर ये दिल आज भी तेरे लिए रोता है …
लाखों दिल भी मिल कर उतना प्यार नहीं कर सकते जितना ये अकेला दिल तुमसे करता है..
शौंक नहीं है मुझे अपने जज़्बातों को यूँ सरेआम लिखने का …
मगर क्या करूँ , अब जरिया ही ये है तुझसे बात करने का
सारी उम्र आँखों में एक सपना याद रहा , सदियाँ बीत गयी पर वो लम्हा याद रहा ,
जाने क्या बात थी उसमें और मुझ में ,सारी महफ़िल भूल गए बस वही एक चेहरा याद रहा
साथ ना रहने से रिश्ते टूटा नहीं करते ,
वक़्त की धुंध से लम्हे टूटा नहीं करते ,
लोग कहते हैं कि मेरा सपना टूट गया,
टूटी नींद है , सपने टूटा नहीं करते
जब भी जख्म तेरे यादों के भरने लगते है,
किसी बहाने हम तुम्हे याद करने लगते है
हर अजनबी चेहरा पहचाना दिखाई देता है
जब भी हम तेरी गली से गुजरने लगते है

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जिस रात को चाँद से तेरी बातें की हमने
सुबह की आँख मे आँसू उभरने लगते है

जिसने भर दिया दामन को बेरंग फूलों से
उनके एक दर्द पर हम क्यों तड़पने लगते है

दिल के दरवाजे पर कोई दस्तक नही होती
तेरा जिक्र’ होते ही दरो दीवार महकने लगते है

मिटा दे हर ख्याल जेहन की किताब से लेकिन
इबारत पे उनका नाम देखकर सिसकने लगते है

जो तू साथ न छोड़े ता-उम्र मेरा ए मेहबूब
मौत के फ़रिश्ते को भी इनकार न कर दूं तो कहना
इतनी कशिश है मेरी मुहब्बत की तासीर में
दूर हो के भी तुझ पे असर न कर दूं तो कहना !
मेरी नजरों की तरफ देख जमानें पे न जा ,
इक नजर फेर ले, जीने की इजाजत दे दे,
रुठ ने वाले वो पहली सी मोहब्बत दे दे ,
इश्क मासुम है, इल्जाम लगाने पे न जा….
ये आँखें हैं जो तुम्हारी , किसी ग़ज़ल की तरह खूबसूरत हैं…. कोई पढ़ ले इन्हें अगर इक दफ़ा तो शायर हो जाए…!!
अकेले हम बूँद हैं, मिल जाएं तो सागर हैं
अकेले हम धागा हैं, मिल जाएं तो चादर हैं
अकेले हम कागज हैं, मिल जाए तो किताब हैं।
प्यार कहो तो दो ढाई लफज़, मानो तो बन्दगी ,
सोचो तो गहरा सागर,डूबो तो ज़िन्दगी ,
करो तो आसान ,निभाओ तो मुश्किल ,
बिखरे तो सारा जहाँ ,और सिमटे तो ” तुम “
कुछ रिश्तों को कभी भी… नाम ना देना तुम…
इन्हें चलने दो ऐसे ही… इल्ज़ाम ना देना तुम ॥
ऐसे ही रहने दो तुम… तिश्नग़ी हर लफ़्ज़ में…
के अल्फ़ाज़ों को मेरे… अंज़ाम ना देना तुम ॥
मुझसे नफरत करके भी खुश ना रह पाओगे,
मुझसे दूर जाकर भी पास ही पाओगे ,
प्यार में दिमाग पर नहीं दिल पर ऐतबार करके देखिये ,
अपने आप को रोम – रोम में बसा पाएँगे।

दुनिया की भीड़ में तुझे याद कर सकूँ कुछ पल ,
अजनबी राहों की तरफ कदम मोड़ता हूँ।
नशा था उनके प्यार का , जिसमें हम खो गए ,
उन्हें भी पता नहीं चला कि कब हम उनके हो गए।
लिख दूँ तो लफज़ तुम हो ,
सोच लूँ तो ख्याल तुम हो ,
माँग लूँ तो मन्नत तुम हो ,
और चाह लूँ तो मोहब्बत भी तुम ही हो।
कितने चेहरे हैं इस दुनिया में,
मगर हमको एक चेहरा ही नज़र आता है,
दुनिया को हम क्यों देखें,
उसकी याद में सारा वक़्त गुज़र जाता है।
हर शख्स को दिवाना बना देता है इश्क
जन्नत की सैर करा देता है इश्क
दिल के मरीज हो तो कर लो महोब्बत
हर दिल को धड़कना सिखा देता है इश्क !!!
एक सुकून सा मिलता है….तुझे सोचने से भी….
फिर कैसे कह दूँ…मेरा इश्क़ बेवजह सा है….
बहुत दिनों बाद तेरी महफ़िल में कदम रखा है ,
मगर नजरो से सलामी देने का तेरा अंदाज़ नही बदला



कुछ तुम कहो, कुछ हम कहे,और एक कहानी बन जाये
एक रोज़ पड़ेंगे लोग इन्हे , और मिसालें हमारी बन जाये
दिल के पास आपका घर बना लिया ,
ख्वाबों में आपको बसा लिया ,
मत पूछो कितना चाहते हैं आपको ,
आपकी हर खता को अपना मुक्कद्दर बना लिया।
तेरा इंतज़ार मुझे हर पल रहता है ,
हर पल मुझे तेरा एहसास रहता है ,
तुझ बिन धड़कन रुक सी जाती है ,
क्यूंकि तू मेरे दिल में धड़कन बन कर रहता है।
मेरी दीवानगी की कोई हद्द नहीं ,
तेरी सूरत के सिवा कुछ याद नहीं ,
मैं हूँ फूल तेरे गुलशन का ,
तेरे सिवा मुझपर किसी का हक्क नहीं।
मेरे आँखों के ख्वाब, दिल के अरमान हो तुम,
तुम से ही तो मैं हूँ , मेरी पहचान हो तुम,
मैं ज़मीन हूँ अगर तो मेरे आसमान हो तुम,
सच मानो मेरे लिए तो सारा जहां हो तुम

तेरी खुशियों पर मुस्कराने को जी चाहता है ,
हो तुझे दर्द तो उदास होने को जी चाहता है ,
तेरी मुस्कराहट ही इतनी प्यारी है कि ,
तुझे बार बार हसाने को जी चाहता है।
मेरे जीने के लिए तेरा अरमान ही काफी है,
दिल की कलम से लिखी ये दास्तान ही काफी है ,
तीर – तलवार की क्या ज़रूरत है तुझे ऐ हसीन ,
क़तल करने के लिए तेरी मुस्कान ही काफी है।
आप खुद भी नहीं जानती आप कितनी प्यारी हो
जान तो हमारी हो पर जान से प्यारी हो ,
दूरियां होने से कोई फरक नहीं पड़ता ,
आप कल भी हमारी थी और आज भी हमारी हो।
परवाह उसकी कर जो तेरी परवाह करे ,
ज़िन्दगी में जो कभी तनहा ना करे ,
जान बन कर उतर जा उसकी रूह में ,
जो जान से भी ज्यादा तुझसे प्यार और वफ़ा करे।
हमदम तो साथ चलते हैं , रास्ते तो बेवफ़ा बदलते हैं ,
तेरा चेहरा है जब से आँखों में , मेरी आँखों से लोग जलते हैं।



आँखों के सामने हर पल आपको पाया है ,
अपने दिल में सिर्फ आपको ही बसाया है ,
आपके बिना हम जिए तो भी कैसे ,
भला जान के बिना भी कोई जी पाया है
ना हथियार से मिलते है ,
ना अधिकार से मिलते है ,
दिलो में जगह अपने व्यवहार से मिलते है
प्यार तो जिंदगी का एक अफसाना है,
इसका अपना ही एक तराना है,
सबको मालूम है कि मिलेंगे सिर्फ आंसू,
पर न जाने क्यों, दुनियां में हर कोई इसका दीवाना है ….!
देख मेरी आँखों में ख्वाब किसके हैं,
दिल में मेरे सुलगते तूफ़ान किसके हैं,
नहीं गुज़रा कोई आज तक इस रास्ते से हो कर,
फिर ये क़दमों के निशान किसके हैं।
खुशबु बनकर आपके पास बिखर जायेंगे !
हवा बनकर आपके सांसो मे सामा जायेंगे!
धड़कन बनकर आपके दिल मे उतर जायेंगे!!
जरा महसूस करने की कोशिश तो कीजिए!
दूर रहकर भी पास नजर आएंगे!!
तू रूठा रूठा सा लगता है ,
कोई तरकीब बता मनाने की ,
मैं ज़िन्दगी गिरवी रख दूँगी ,
तूँ कीमत बता मुस्कराने की।
ना वो कभी आ सके ना हम कभी जा सके ,
ना दर्द दिल का किसी को सुना सके ,
बस खामोश बैठे हैं उनकी यादों में ,
ना उन्होंने याद किया ना हम उनको भूला सके।

Best Love Shayari in Hindi

प्यार किया बदनाम हो गए,
चर्चे हमारे सरेआम हो गए,
ज़ालिम ने दिल उस वक़्त तोडा,
जब हम उसके गुलाम हो गए
छू गया जब कभी ख्याल तेरा,
दिल मेरा देर तक धड़कता रहा,
कल तेरा ज़िक्र छिड़ गया घर में,
और घर देर तक महकता रहा !❤️
“कुछ मतलब के लिए ढूँढते हैं मुझको,
बिन मतलब जो आए तो क्या बात है,
कत्ल कर के तो सब ले जाएँगे दिल मेरा,
कोई बातों से ले जाए तो क्या बात है.”
ज़माने से नहीं, तन्हाई से डरते हैं,
प्यार से नहीं, रुसवाई से डरते हैं,
मिलने की उमंग है दिल में लेकिन,
मिलने के बाद तेरी जुदाई से डरते हैं
बिन बात के ही रूठने की आदत है;
किसी अपने का साथ पाने की चाहत है;
आप खुश रहें, मेरा क्या है;
मैं तो आइना हूँ, मुझे तो टूटने की आदत है।
घर से बाहर कोलेज जाने के लिए वो नकाब मे निकली,
सारी गली उनके पीछे निकली,
इनकार करते थे वो हमारी मोहबत से,
और हमारी ही तसवीर उनकी किताब से निकली




उसे भूल कर जिया तो क्या जिया ,
दम है तो उसे पाकर दिखा ,
लिख पथरों पर अपनी प्रेम कहानी ,
और सागर को बोल ,
दम है तो इसे मिटाकर दिखा.
जहाँ याद न आये तेरी वो तन्हाई किस काम की;
बिगड़े रिश्ते न बने तो खुदाई किस काम की;
बेशक़ अपनी मंज़िल तक जाना है हमें;
लेकिन जहाँ से अपने न दिखें, वो ऊंचाई किस काम की।
उलझी शाम को पाने की ज़िद न करो;
जो ना हो अपना उसे अपनाने की ज़िद न करो;
इस समंदर में तूफ़ान बहुत आते है;
इसके साहिल पर घर बनाने की ज़िद न करो..
भीड़ की आदत नहीं मुझे,
थोड़े में जीना सीख लिया है मैंने,
चन्द दोस्त हैं, चन्द दुआएं हैं,
बस इन खुशियों को गले लगा लिया मैंने ।
रात गुमसूँ है मगर चेन खामोश नही,
कैसे कह दू आज फिर होश नही,
ऐसा डूबा तेरी आखो की गहराई मैं,
हाथ में जाम है मगर पीने का होश नही

वफ़ा का दरिया कभी रुकता नही,
इश्क़ में प्रेमी कभी झुकता नही,
खामोश हैं हम किसी के खुशी के लिए,
ना सोचो के हमारा दिल दुःखता नहीं!
किसी ने मुझ से कहा बहुत खुबसूरत लिखते हो यार,मैंने कहा … खुबसूरत मैं नहीं वो है जिसके लिए हम लिखा करते है
कोई वादा ना कर, कोई ईरादा ना कर,
ख्वाइशों मे खुद को आधा ना कर,
ये देगी उतना ही जितना लिख दिया खुदा ने,
इस तकदीर से उम्मीद ज़्यादा ना कर… !!
काँच का तोहफा ना देना कभी,
रूठ कर लोग तोड दिया करते हैं,
जो बहुत अच्छे हो उनसे प्यार मत करना,
अकसर अच्छे लोग ही दिल तोड दिया करते है
न मिले किसी का साथ तो हमें याद करना,
तन्हाई महसूस हो तो हमें याद करना,
खुशियाँ बाटने के लियें दोस्त हजारो रखना,
जब ग़म बांटना हो तो हमें याद करना ….


दर्द का एहसास जानना है तो प्यार करके देखो,
अपनी आँखों में किसी को उतार कर देखो,
चोट उनको लगेगी आँसू तुम्हें आ जायेंगे,
ये एहसास जानना हो तो दिल हार कर देखो।
तेरी मोहब्बत से मुझे इनकार नहीं ,
कौन कहता है जान मुझे तुझसे प्यार नहीं ,
तुझसे वादा है साथ निभाने का,
पर मुझे अपनी साँसों पर ऐतबार नहीं…
मोहब्बत की गवाही अपने
होने की ख़बर ले जा…
जिधर वो शख़्स रहता है…
मुझे ऐ दिल! उधर ले जा…
प्यार करो तो हमेशा मुस्करा के ..
किसी को धोखा ना दो अपना बना के ..
कर लो याद जब तक हम ज़िंदा हैं ..
फिर ना कहना कि चले गए दिल में यादें बसा कर …
जिस जिस ने मुहब्बत में,
अपने महबूब को खुदा कर दिया,
खुदा ने अपने वजूद को बचाने के लिए,
उनको जुदा कर दिया…
सकून मिलता है जब उनसे बात होती है ,
हज़ार रातों में वो एक रात होती है,
निगाह उठाकर जब देखते हैं वो मेरी तरफ ,
मेरे लिए वो ही पल पूरी कायनात होती है।

आग दिल में लगी जब वो खफ़ा हुए,
महसूस हुआ तब, जब वो जुदा हुए,
करके वफ़ा कुछ दे ना सके वो,
पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफ़ा हुए!
किसी ना किसी पर किसी को ऐतबार हो जाता है ,
अजनबी कोई सखा यार हो जाता है ,
खूबियाँ से नहीं होती मोहब्बत सदा ,
कमियों से भी अकसर प्यार हो जाता है।
छोड़ तो सकता हूँ,
मगर..
छोड़ नहीं पाता उसे,
वो शख्स मेरी बिगड़ी हुई..
आदत की तरह है..
दिल का हाल बताना नहीं आता…
किसी को ऐसे तड़पाना नहीं आता ….
सुनना चाहते हैं आपकी आवाज़ ….
मगर बात करने का बहाना नहीं आता….

हाल अपने दिल का,
मैं तुम्हें सुना नहीं पाती हूँ..
जो सोचती रहती हूँ हरपल,
होंठो तक ला नहीं पाती हूँ..
बेशक बहुत मोहब्बत है,
तुम्हारे लिए मेरे इस दिल में..
पर पता नहीं क्यों तुमको,
फिर भी मैं बता नहीं पाती हूँ..
साथ अगर दोगे मुस्कराएंगे जरूर ,
प्यार अगर दिल से करोगे तो निभाएंगे जरूर ,
राह में कितने काँटे क्यों ना हो ,
आवाज़ अगर दिल से दोगे तो आएँगे जरूर।
इस बात का एहसास किसी पर ना होने देना .., कि तेरी चाहतों से चलती है हैं मेरी साँसे।
मुझे किसी कि ज़रूरत नहीं … सिवाए तेरे
मेरी नज़र को तलाश जिसकी बरसों से … किसी के पास वो सूरत नहीं … सिवाए तेरे
जो मेरे दिल और ज़िन्दगी से खेल सके …. किसी को इतनी इजाजत नहीं … सिवाए तेरे
तेरे चेहरे में मेरा नूर होगा … फिर तूँ ना कभी मुझसे दूर होगा
सोच क्या ख़ुशी मिलेगी जान उस पल …. जिस पल तेरी माँग में मेरे नाम का सिंधूर होगा।

नज़रें मिले तो प्यार हो जाता है ,
पलकें उठे तो इज़हार हो जाता है ,
ना जाने क्या कशिश है चाहत में ,
के कोई अनजान भी हमारी ज़िन्दगी का हक़दार हो जाता है।
इश्क़ ने हमें बेनाम कर दिया ,
हर ख़ुशी से हमे अंजान कर दिया,
हमने तो कभी नहीं चाहा कि हमें भी मोहब्बत हो,
लेकिन आपकी एक नज़र ने हमें नीलाम कर दिया।


बदलना आता नहीं हमे मौसम की तरह,
हर इक रुत में तेरा इंतज़ार करते हैं,
ना तुम समझ सकोगे जिसे क़यामत तक,
कसम तुम्हारी तुम्हे हम इतना प्यार करते हैं।
खुदा की रहमत में अर्जियाँ नहीं चलतीं
दिलों के खेल में खुदगर्जियाँ नहीं चलतीं
चल ही पड़े हैं तो ये जान लीजिए हुजुर,
इश्क़ की राह में मनमर्जियाँ नहीं चलतीं !
मजा चख लेने दो उसे गेरो की मोहबत का भी,इतनी चाहत के बाद जो मेरा न हुआ वो ओरो का क्या होगा।
यूँ पलके बिछा कर तेरा इंतज़ार करते है ,
ये वो गुनाह है जो हम बार बार करते हैं ,
जलकर हसरत की राह पर चिराग,
हम सुबह और शाम तेरे मिलने का इंतज़ार करते हैं।
मुस्कान का कोई मोल नहीं होता ,
रिश्तों का कोई तोल नहीं होता,
लोग तो मिल जाते है हर रस्ते पर ,
लेकिन हर कोई आपकी तरह अनमोल नहीं होता।
जो बदनाम थे कल तक, आज वो सुखनवर हो गए
जो थे कल तक बाहर, आज दिलों के अंदर हो गए
हम तो आज भी एक कतरा हैं रुके हुए पानी का,
पर लोग देखते ही देखते, कतरे से समंदर हो गए…

ना तस्वीर है उसकी की दीदार किया जाये , ना पास है वो जो उसे प्यार किया जाये,
यह कैसा दर्द दिया है उस बेदर्द ने , ना उससे कुछ खा जाये , ना उसके बिन रहा जाये।
यूँ पलके बिछा कर तेरा इंतज़ार करते है , ये वो गुनाह है जो हम बार बार करते हैं ,
जलकर हसरत की राह पर चिराग, हम सुबह और शाम तेरे मिलने का इंतज़ार करते हैं।
क़यामत टूट पड़ती है,
ज़रा से होंठ हिलने पर !
जाने क्या हस्र होगा,
जब वो खुलकर मुस्कुरायेंगे
मेरे दिल में तेरे लिए प्यार आज भी है
माना कि तुझे मेरी मोहब्बत पर शक आज भी है
नाव में बैठकर जो धोए थे हाथ तूने
पूरे तालाब में फैली मेंहदी की महक आज भी है…

लिखी कुछ शायरी ऐसी तेरे
नाम से कि,जिसने तुम्हे देखा भी नही
उसने भी तेरी तारीफ कर दी
किसी उदास मौसम में,
मेरी आँखों पे वो हाथ रख दे अपना,
और हस्ती हुई कह दे,
पहचान लो तो हम तुम्हारे
ना पहचानो तो तुम हुमारे..
मेरी साँसों में बिखर जाओ तो अच्छा है…
बन के रूह मेरे जिस्म में उतार जाओ तो अच्छा है…
किसी रात तेरी गोद में सिर रख कर सो जाऊँ मैं…
उस रात की कभी सुबह ना हो तो अच्छा है…

तन्हाईयों में मुस्कुराना इश्क है;
एक बात को सबसे छुपाना इश्क है;
यु तो नींद नहीं आती हमें रात भर;
मगर सोते-सोते जागना और जागते-जागते सोना इश्क है
तुझे इनकार है मुझसे, मुझे इकरार है तुझसे,
तू खफा है मुझसे, मुझे चाहत है तुझसे,
तू मायूस है मुझसे, मुझे खुशी है तुझसे,
तुझे नफ़रत है मुझसे और मुझे प्यार है तुझसे…

मोहब्बत करने चला है,
तो कुछ अदब भी सीख लेना ऐ दोस्त…
इसमें हंसते साथ हैं,
पर रोना अकेले ही पड़ता है….

क्यूँ हम किसी के ख्यालो मे खो जाते है,
एक पल की दूरी मे रो जाते है..
कोई हमे इतना बता दो की,हम ही ऐसे है
या प्यार करने के बाद सब ऐसे हो जाते है.
तू मुझमें पहले भी था ,
तू मुझमें अब भी है।
पहले मेरे लफ्जों में था
अब मेरी खामोशियों में है।
प्यार जब मिलता नही तो होता ही क्यूँ है”
“अगर ख्वाब सच नही होते तो इंसान सोता क्यू है”
“जब यही प्यार आँखो के सामने किसी और का हो जाए”
“तो फिर यह पागल दिल इतना रोता क्यूँ है”
चलो आज खामोश प्यार को इक नाम दे दें,
अपनी मुहब्बत को इक प्यारा अंज़ाम दे दें
इससे पहले कहीं रूठ न जाएँ मौसम अपने
धड़कते हुए अरमानों एक सुरमई शाम दे दें ! –

मेरी वफ़ाएँ याद करोगे,
रोओगे फरियाद करोगे,
मुजको तो बर्बाद किया हे,
अब ओर किसे बर्बाद करोगे.

कहा मिलेगा तुम्हे मुझ जैसा कोई;
जो तुम्हारे सितम भी सहे;
और तुमसे मोहब्बत भी करे!
हसीनो ने हसीन बनकर गुनाह किया,
औरों को तो क्या हमको भी तबाह किया,
पेश किया जब ग़ज़लों में हमने उनकी बेवफ़ाई को,
औरों ने तो क्या उन्होने भी वाह-वाह किया.
अब तो गम सहने की आदत सी हो गयी है
रात को छुप – छुप रोने की आदत सी हो गयी है
तू बेवफा है खेल मेरे दिल से जी भर के
हमें तो अब चोट खाने की आदत सी हो गयी है .

कुछ चीज़े हम पुरानी छोड़ आए हैं,
आते आते उसकी आँखो मे पानी छोड़ आए हैं,
ये ऐसा दर्द है जो बया हो ही नही सकता…
दिल तो साथ ले आए धड़कन छोड़ आए हैं…
हर दिल का एक राज़ होता है,
हर बात का एक अंदाज़ होता है ..
जब तक ना लगे बेवफ़ाई की ठोकर ,
हर किसी को अपनी पसंद पर नाज़ होता है..
अब तो गम सहने की आदत सी हो गयी है
रात को छुप – छुप रोने की आदत सी हो गयी है
तू बेवफा है खेल मेरे दिल से जी भर के
हमें तो अब चोट खाने की आदत सी हो गयी है 
इस बात का एहसास किसी पर ना होने देना.. के तेरी चाहतों से चलती है मेरी साँसें
क्या विश्वास नही तुम्हे हमारे विश्वास पे आज
तुम फिर से ज़रा मेरी बातों पे एतबार तो करो
यूँ ना कहो मुझे बेवफा, मैं बेवफा नही हूँ
तुम मेरी वफ़ा को ज़रा समझने की कोशिश तो करो
वो मोहब्बत भी तेरी थी, वो नफ़रत भी तेरी थी,
वो अपनाने और ठुकराने की अदा भी तेरी थी,
मैं अपनी वफ़ा का इंसाफ़ किस से माँगता?…
वो शहर भी तेरा था, वो अदालत भी तेरी थी….
आंसूओ तले मेरे सारे अरमान बह गये
जिनसे उमीद लगाए थे वही बेवफा हो गये,
थी हमे जिन चिरागो से उजाले की चाह
वो चिराग ना जाने किन अंधेरो में खो गये .

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